सार्क सम्मलेन | SAARC Summit

सार्क का गठन | SAARC

यह सात देशो का एक समूह है, जिनमें मुख्य रूप से सभी देश दक्षिण एशिया के हैं। दक्षिण एशिया के 7 देशों के क्षेत्रीय सहयोग संगठन सार्क (SAARC) की स्थापना 8 सितम्बर 1985 में ढाका में इन देशों के शिखर सम्मेलन में की गई थी । दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन सार्क की स्थापना की पहल बांग्लादेश के तत्कालीन राष्ट्रपति शेखमुजजी-उर-रहमान ने की थी।

बांग्ला राष्ट्रपति ने 1977 से 1980 की अवधि में दक्षिण एशिया के देशों और लोगों में आर्थिक एवं सांस्कृतिक सहयोग के लिए सार्क का प्रस्ताव दिया था । नवंबर 1980 में बांग्लादेश ने एक लेख तैयार किया इस लेख, ( " दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग " ) को संबद्ध देशों के पास उनके विचारार्थ भेजा गया । इसमें क्षेत्रीय सहयोग के विशाल संसाधनों तथा संभावनाओं की ओर संकेत किया गया और इस सहयोग से होने वाला लाभ पर बल दिया गया ।

उसने पश्चात दक्षिण एशिया के संबद्ध देशों की सरकारों में जो विचार विमर्श हुआ उसके आधार पर यह निष्कर्ष किया गया कि सार्क सक्रिय रूप से इसे बात का प्रयास करेगा कि सभी राज्यों की संप्रभु समानता, प्रादेशिक अखंडता के आधार पर सुरक्षा तथा आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करने की नीति के आधार पर क्षेत्रीय सहयोग को प्रोत्साहन दिया जाए । यह अपेक्षा की गई थी कि क्षेत्रीय सहयोग का विकास आर्थिक , सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में होगा ।

आरंभ में क्षेत्रीय सहयोग के 11 मुद्दों को पहचान की गई थी वे थे दूरसंचार , मौसम विज्ञान , परिवहन, जहाज़रानी, पर्यटन, कृषि अनुसंधान, साझी परियोजनाएँ, बाजार प्रोत्साहन, वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग, शैक्षणिक सहयोग तथा सांस्कृतिक सहयोग । ये विशेष सहयोग और क्षेत्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए पर्याप्त थे ।

सार्क का विस्तृत रूप | SAARC full form

हिन्दी में - दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन
In English - The South Asian Association Reigonal Cooperation

सार्क देश | SAARC Countries

दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका तथा मालदीव ने मिलकर स्थापित किया इसके प्रथम शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता बांग्लादेश राष्ट्रपति एच. एम. इरशाद ने की थी। भारत का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया । अन्य शिखर नेता थे पाकिस्तान के राष्ट्रपति जिया-उल- हक, श्रीलंका के राष्ट्रपति जयवर्द्धने, मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल क्यूम तथा नेपाल और भूटान के नरेश।

इसके बाद भारत के पहल से अफ़गानिस्तान भी 13 नवंबर 2005 को क्षेत्रीय समूह से जुड़ गए और 3 अप्रैल 2007 को अफ़गानिस्तान सार्क का आठवां सदस्य बन गया। सार्क में इन 8 देशों के अलावा भी और 9 प्रेक्षक देश हैं ऑस्ट्रेलिया, चीन, यूरोपीय संघ, जापान, ईरान, मनमाड, मॉरीशस, दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका। अप्रैल 2006 में सार्क सदस्यों द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण कोरिया को पर्यवेक्षक का दर्जा प्रदान किया गया था।

यूरोपीय संघ में भी पर्यवेक्षक बनने की दिलचस्पी दिखाई तो उन्हें जुलाई 2006 में सार्क मंत्री परिषद की बैठक में इस बावत औपचारिक अनुरोध प्रस्तुत किया गया। इसी तरह 4 मार्च 2007 को ईरान ने पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त किया सार्क देशों के द्वारा इसके बाद मॉरीशस इस संगठन से जुड़े एक पर्यवेक्षक के रूप में।

सार्क (saarc) के चार्टर में संगठन के निम्नलिखित उद्देश्य की व्याख्या की गई है-

  1. दक्षिण एशियाई देशों के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहन देना तथा उनके जीवन स्तर में सुधार करना ।
  2. आर्थिक विकास सामाजिक प्रगति तथा सांस्कृतिक सहयोग की गति को तेज करना।
  3. सामूहिक आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन देना और उसे मजबूत करना ।
  4. पारस्परिक विश्वास समझदारी तथा एक दूसरे की समस्याओं को समझने की प्रक्रिया में योगदान देना ।
  5. आर्थिक सामाजिक संस्कृतिक तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्र में पारस्परिक सहायता को प्रोत्साहित करना ।
  6. अन्य विकासशील देश के साथ सहयोग पर बल देना ।
  7. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपने प्रेस पारस्परिक सहयोगी को मजबूत बनाना तथा
  8. अन्य क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ सहयोग करना।

List of all SAARC summit | सभी सार्क सम्मेलन के सूची

Post a Comment

0 Comments