ब्रिक्स | BRICS

BIRCS क्या है ?

   ब्रिक्स का आरंभिक नाम ब्रिक था जिसकी गठन की सुरवात 2006 से ही आरंभ हो गयी थी जब इसके सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने न्यूयॉर्क में एक महत्वपूर्ण बैठक कर इसकी खाक तैयार किया। ब्रिक की पहली सम्मेलन 2009 में हुई। इस सम्मेलन में ब्राजिल, रूस, भारत, और चीन के शिर्ष नेताओ ने भाग लिया जो सम्मेलन रूस में सम्पन हुआ। बाद साल 2011 में दक्षिण अफ्रीका के इस समूह में शामिल होने से इसका नाम ब्रिक से ब्रिक्स में बदल गया।
  BRICSशब्द इसके पांचो सदस्य देशों के नाम के पहले अक्षर से बना है।
ब्रिक्स फोरम, ब्रिक्स देशों के बीच वाणिज्य, राजनीतिक और सांस्कृतिक सहयोग को प्रोत्साहित करने वाला एक स्वतंत्र अंतरराष्ट्रीय संगठन है। इसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है। जून 2012 में ब्रिक्स देशों ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ की उधार शक्ति को बढ़ावा देने के लिए 75 बिलियन अमेरिकन डॉलर का वचन दिया था। हालांकि, यह ऋण आईएमएफ मतदान सुधारों पर सशर्त था। मार्च 2013 के अंत में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में पांचवें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान, सदस्य देशों ने एक वैश्विक वित्तीय संस्थान बनाने के लिए सहमति व्यक्त की जिसका उद्देश्य पश्चिमी वर्चस्व वाले आईएमएफ और विश्व बैंक के प्रतिद्वंदी बनाना था।  शिखर सम्मेलन के बाद, ब्रिक्स ने कहा कि उन्हें 2014 तक इस नई विकास बैंक के लिए व्यवस्था को अंतिम रूप देने की योजना बनाई थी। हल्की बोझ साझा करने और स्थान से संबंधित विवादों ने समझौते को धीमा कर दिया। सितंबर 2013 में सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स नेताओं की बैठक हुई।
  मार्च 2014 में हेग में परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में मार्जिन पर एक बैठक में ब्रिक्स विदेशी मंत्रियों ने एक बैठक की।
  जुलाई 2014 के सप्ताहांत में जब फ़ीफ़ा विश्व कप की अंतिम खेल आयोजित किया गया था और ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के पहले पुतिन ने ब्रिक्स विकास बैंक पर चर्चा करने के लिए साथी नेता दिलमा रोउसफ से मुलाकात की और वहाँ पर कुछ अन्य द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जिसमें रक्षा, गौस और शिक्षा मुख्य थे। रोउसफ ने कहा कि 'ब्रिक्स देश दुनिया में सबसे बड़ा है और 21वीं सदी के मध्य में किसी भी तरह की निर्भरता के साथ खुद को संतुष्ट नहीं कर सकते हैं।'

विकास बैंक | Development Bank


  फोर्टालेजा शिखर सम्मेलन के बाद ब्रेसिलिया में दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र के राष्ट्रपति संघ के साथ एक ब्रिक्स बैठक हुई जहां विकास बैंक और मौद्रिक निधि पेश की गई। और तय किया गया कि विकास बैंक के पास 50 अरब अमेरिकी डॉलर की पूंजी होगी जिसमें प्रत्येक देश 10 अरब अमेरिकी डॉलर का योगदान देगा जबकि मौद्रिक निधि के निपटारे में 100 अरब अमेरिकी डॉलर होंगे। जुलाई 2017 को ब्राजील के फोर्टालेजा में 6वां शिखर सम्मेलन के पहले दिन उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओ के समूह ने 100 अरब अमेरिकी डॉलर के नए विकास बैंक (जिसे पहले ब्रिक्स डेवलपमेंट बैंक के नाम से जाना जाता था) बनाने के लिए लंबे समय से अनुमानित दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे। जिसका मुख्यालय चीन के संघई में है जिसके प्रसिडेंट के बी कामत है जो भारतीय मूल के है।  रिजर्व मुद्रा पूल 100 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर है। ब्रिक्स निर्यात क्रेडिट एजेंसियों और नवाचार पर सहयोग के समझौते के बीच सहयोग पर दस्तावेज भी शामिल थे। 2018 में ब्रिक्स का शिखर सम्मेलन दक्षिण अफ्रीका के शहर जोहान्सबर्ग हुआ था। 2019 की शिखर सम्मेलन भी जोहान्सबर्ग में ही हुआ था। दसवाँ और इग्यारवा दोनों ही शिखर सम्मेलन में भारत की ओर से तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी मौजूद थे।

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